तहसील प्रशासन व भूमाफियाओ की सांठ-गांठ से चल रहा काला कारोबार ।
सरसौल (कानपुर) नर्वल तहसील में इस समय तहसील प्रशासन व भूमाफियाओ की मिलीभगत से करोड़ों की सरकारी जमीन पर प्लाटिगं कर बेचा जा रहा है ताज़ा मामला तहसील के अन्तर्गत ग्राम घुरूवा खेडा का है जहां पर सुरक्षित भूमि को एस डी एम नर्वल ने राजस्व संहिता की धारा 80 के तहत अकृषिक कर दिया । मामला तब खुला जब ग्रामीणों ने इस प्रकरण की शिकायत किया । वही इस मामले पर जब एस डी एम नर्वल रिजवाना शाहिद से पूछा गया तो बताया कि हमारे संज्ञान में नही है । ज्ञातव्य हो कि नर्वल तहसील में भूमाफिया किस कधर हावी है कि एस डी एम नर्वल सरकारी जमीन को ही राजस्व संहिता की धारा 80 के तहत अकृषिक कर देती है पूरा मामला तहसील के ग्राम घुरूवा खेडा का है जहाँ आराजी संख्या 425 व रकबा 0.4610 हेक्टेयर का है जो सरकारी बन्दोबस्त के आकार पत्र 41 व 45 पर उक्त भूमि जलोनी लडकी लडकी के तहत सुरक्षित भूमि है । इसी जमीन पर गांव के शिवकुमार वीरेन्द्र व मुन्नी का नाम दर्ज है । और इसी का फायदा उठाकर भूमाफिया ने धारा 80 के तहत एस डी एम नर्वल से अकृषिक करवा लिया जबकि राजस्व संहिता की धारा 80 को करने के जो शर्तें है व की उक्त भूमि पर विगत तीन वर्षों से खेती न हो रही हो तथा भूमि पर चाहरदीवारी व गेट लगा हो साथ ही जब कोई अकृषिक कराने के लिए एस डी एम के यहां प्रार्थना पत्र देता है तो एस डी एम उस सार्किल के कानूनगो व नायब तहसीलदार की रिपोर्ट लगने के बाद तहसीलदार के अग्रसरित करने के बाद ही एस डी एम उसे धारा 80 के तहत आदेश करते है । सबसे बड़ा सवाल यह है कि कानूनगो नर्वल शिवकिशोर तिवारी अपनी रिपोर्ट लगाते समय क्या देखा क्या सरकारी भूमि पर चाहरदीवारी बनी थी यदि बनी थी तो कैसे बन गई और स्थानीय लेखपाल को पता नही चला । अब एस डी एम नर्वल रिजवाना शाहिद के धारा 80 करने पर भी सवाल खडा है कि भूमाफियाओ से मिलकर धारा 80 कर दिया । वैसे भी शहर से सटे नगवां पिपरगवां घुरूवा खेडा आदि गांवो में भूमाफिया करोड़ों की सरकारी जमीनो पर कब्जा कर बेच रहे है । सरकारी जमीन की धारा 80 करने की जानकारी जब ग्रामीणों को हुई तो ग्रामीणों ने इसकी शिकायत किया । शिकायत के बाद तहसील नर्वल में हडकंप मचा हुआ है और पूरे मामले पर पर्दा डालने का प्रयास हो रहा है वही जब इस मामले एस डी एम नर्वल रिजवाना शाहिद से बात की गई तो बताया हमारे संज्ञान में नही है ।