उन्नाव। उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव से पहले पार्टियों में उथल-पुथल जारी है। अब कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद अन्नू टंडन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उनके साथ ही यूपी कांग्रेस के महासचिव अंकित परिहार ने भी इस्तीफा दे दिया है। अन्नू टंडन ने पार्टी में लगातार उपेक्षा का आरोप लगाया है। अन्नू टंडन ने ट्वीट कर अपने इस्तीफे की जानकारी दी। चर्चा है कि अन्नू अब समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकती हैं। बता दें, उन्नाव की बांगरमऊ सीट पर भी उपचुनाव हो रहा है। ऐसे में उपचुनाव से ठीक पहले अन्नू टंडन के कांग्रेस छोड़ने पर सियासी महौल गरमा गया है।
अन्नू टंडन ने ट्वीट में लिखी ये बातें
अन्नू टंडन ने ट्वीट करते हुए बताया कि उन्होंने पार्ट्री अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इस ट्वीट के साथ उन्होंने अपने पत्र के मुख्य बिन्दुओं को भी ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, प्रदेश नेतृत्व में तालमेल नहीं होने की वजह से कई महीनों से उन्हें कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। आरोप है कि प्रदेश नेतृत्व मीडिया मैनेजमेंट और खुद की ब्रांडिंग में इतना लीं है कि उसे बिखरते मतदाताओं की कोई फ्रिक नहीं है। अन्नू टंडन का कहना है कि भविष्य की राजनीति में वह किस राह पर चलेंगी इस बारे में फैसला सहयोगियों और कार्यकर्ताओं के परामर्श के बाद ही लेंगी।
15 वर्षों से पार्टी का हिस्सा रही हैं अन्नू टंडन
कांग्रेस नेता अन्नू टंडन ने कहा कि वह बीते 15 वर्षों से पार्टी का हिस्सा रही हैं। अन्नू टंडन ने कहा, उन्हें इतना दुख 2019 का लोकसभा चुनाव हारने का नहीं हुआ जितना की पार्टी संगठन की तबाही और बिखराव देखकर हो रहा है। अन्नू ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का नेतृत्व सोशल मीडिया मैनजमेंट और व्यक्तिगत ब्रांडिंग में लीन है। पार्टी और वोटरों के बिखर जाने से उनको कोई मतलब नहीं है। बता दें, 2014 के चुनाव में अन्नू टंडन चौथे और 2019 के चुनाव में तीसरे नंबर पर रहीं थीं।