टिमरनी भारतीय किसान संघ तहसील द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा बर्ष2019 की राशि वितरण में अनियमितता को लेकर टिमरनी एस डी एम महोदय एम के बमनाहा को ज्ञापन दिया
जिसमे भारतीय किसान संघ तहसील अध्यक्ष दीपचंद नवाद ने बताया कि गलती कोई करें और उसका परिणाम अन्नदाता किसान क्यों भुगते यह कहां का न्याय है ऐसे ही प्रधानमंत्री फसल बीमा राशि वितरण में तहसील अंतर्गत एक नहीं 3 – 4 मामले ऐसे हैं जिसमें संबंधित अधिकारी एवं बीमा कंपनी की गलती के कारण किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से वंचित हो गए इस मामले में बीमा कंपनी ने भोले भाले किसानों को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी, थोड़ी बहुत कमी रही थी तो बैंक और अधिकारियों ने पूरी कर दी
जो राशि करोड़ों में है
मामले इस प्रकार है
(1)टिमरनी तहसील अंतर्गत पटवारी हल्का नंबर 20 में पोखरनी एवं झाड़तलाई ग्राम आते हैं जिसमें खरीफ 2019 में सोयाबीन फसल लगभग पूर्ण रूप से नष्ट हो चुकी थी और सोयाबीन फसल कटाई प्रयोग हुए जिसमें बड़ी मात्रा में नुकसान पाया गया।
चूंकि जिले के एस एल आर द्वारा सी एलआर ग्वालियर एवं संचालक एग्रीकल्चर भोपाल को फसल अधिसूचना हेतु जानकारी भेजी जाती है और उस जानकारी के आधार पर सी एलआर ग्वालियर एवं संचालक एग्रीकल्चर सतपुड़ा भवन भोपाल द्वारा पत्रक बनाकर शासन स्तर पर फसल अधिसूचना हेतु जानकारी भेजी जाती है।
जिला एस एल आर कार्यालय हरदा द्वारा फसल अधिसूचना रिपोर्ट में सोयाबीन फसल लिख कर भेजी गई परंतु सी एल आर कार्यालय ग्वालियर एवं संचालक एग्रीकल्चर सतपुडा़ भवन भोपाल द्वारा भेजी गई रिपोर्ट में सोयाबीन फसल का कॉलम खाली छोड़ दिया गया जिससे पटवारी हल्का नंबर 20 ग्राम पोखरनी एवं झाड़तलाई में बड़ी मात्रा में फसल नुकसानी के बाद भी किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिल पाया।
(2)क्षैत्रीय ग्रामीण बैंक शाखा पोखरनी द्वारा, ग्राम पोखरनी,झाड़तलाई में बोई गई सोयाबीन फसल जो गिरदावरी में भी सोयाबीन है। प्रीमियम राशि भी सोयाबीन की काटी और बीमा उड़द का कर दिया।
(3) तहसील अंतर्गत पटवारी हल्का नंबर 29 ग्राम पिपलया कला जो वर्तमान बीमा लिस्ट से पूर्ण रूप से गायब है ।
(4) ग्राम गोंदागांव गंगेश्वरी में पिछले वर्ष बड़ी मात्रा में सोयाबीन फसल नुकसान हुआ था परंतु आनावारी रिपोर्ट में गड़बड़ी के कारण किसान फसल बीमा से वंचित रह गए हैं तहसील के 50 गांव में से मात्र एक गांव में फसल की उपज अधिक दिखाना शंका के घेरे में आता है।और इस वर्ष भी उक्त गांव में 28 – 29 अगस्त को भीषण बाढ़ आने के कारण यह गांव जिले में सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। किसानों को फसल बीमा से उम्मीद थी, कि राहत मिलेगी। परंतु संबंधित किसानों की उम्मीद पर पानी फिर गया।
(5) तहसील अंतर्गत कई गांव में लगभग 10% किसानों के नाम बीमा लिस्ट में नहीं है वंचित किसानों के नाम शीघ्र बीमा सूची में जुड़वाऐ जावें।
( 6) तहसील अंतर्गत कई गांव में एक ही हलके के किसानों को रकवा अनुसार कम ज्यादा बीमा राशि मिल रही है
(7) कई गांव में प्राप्त बीमा राशि काटी गई प्रीमियम राशि से भी बहुत कम मिल रही है । ऐसे गांवों को भी कम से कम 5000 रुपये प्रति एकड़ की बीमा राशि उपलब्ध कराई जावे।
भारतीय किसान संघ तहसील टिमरनी की मांग है कि सभी बिंदुओं पर शीघ्र कार्यवाही कर संबंधित किसानों को न्यायोचित बीमा राशि उपलब्ध कराने का कष्ट करें। अन्यथा बीमा राशि से वंचित किसानों के सामने आगामी रवि फसल की बोनी करना भी संभव नहीं हो पाएगा।
ज्ञापन देते समय भारतीय किसान संघ के तहसील अध्यक्ष दीपचंद नवाद अरविंद चौधरी कुंवर सिंह बघवाड़ कमल सिंह पिपलिया कला जितेंद्र बघवाड़ गुल्लन रायबोर सहित कई किसान उपस्थित रहे