पटना (आससे)। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के पहले चरण में महज 6 दिन का वक्त रह गया है ऐसे में सभी दलों के नेता अपनी पार्टी द्वारा बनाए गए घोषणा पत्र को जारी कर रहे हैं। इस बीच, एनडीए के घटक दल जेडीयू ने भी अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है। जनता दल यूनाइटेड का चुनावी मेनिफेस्टो जारी करने के समय पार्टी के कई नेता मौजूद रहे। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी ने घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि हम जनता के सामने सिर्फ सात निश्चय पेश कर रहे हैं, जिसमें युवा शक्ति बिहार की तरक्की पर खास फोकस रहेगा।
बिहार जेडीयू के अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने घोषणा पत्र जारी करने के बाद कहा, सीएम नीतीश कुमार की एक खासियत है कि अगर वे कोई वादा करते हैं तो उसे पूरा करते हैं, इसलिए सात निश्चय की बात की है। हमने दूसरी बार सात निश्चय की बात की है। साथ ही कहा कि आरजेडी द्वारा रोजगार को लेकर धोखा देने की बात की जा रही है। इन नौकरियों के लिए 58 हजार करोड़ रुपए कहां से आएंगे? बिहार की वित्तीय स्थिति जाने बगैर ही इस तरह के वादे कर दिए गए। न अनुभव है, न वित्तीय स्थिति की जानकारी है और न ही उन्हें यह पता है कि वादा पूरा नहीं करने का परिणाम क्या होता है।
जबकि इस दौरान अशोक चौधरी ने आरजेडी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने जो योजनाएं बनाई हैं बिहार सरकार को 5 लाख करोड़ रुपये की जरूरत होगी। युवाओं को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। वे बताएं कैसे 5 लाख करोड़ रुपये का बिहार बनाएंगे। चौधरी ने कहा कि बिहार का बजट 2।11 लाख करोड़ रुपये का है जबकि राजद के शासनकाल में यह 24 हजार करोड़ रुपये का था। अब वे (राजद) बतायें कि पांच लाख करोड़ रुपया कहां से आयेगा? यही नहीं, जेडीयू नेता अजय आलोक ने कहा कि आरजेडी जमीन लेकर नौकरी देती है।