न्यूयॉर्क (एजेंसी)। अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर ने शुक्रवार को कहा कि उसने अपने कोविड-19 के टीके का आपात इस्तेमाल करने के लिए अमेरिकी नियामकों से मंजूरी देने की मांग की है। इससे पहले फाइजर इंक और जर्मनी की उसकी साझेदार बायोएनटेक ने घोषणा की थी कि एक बड़े अध्ययन में पता चला है कि उसका टीका कोविड-19 के हल्के और गंभीर संक्रमण में बचाने में 95 प्रतिशत तक प्रभावी प्रतीत हो रहा है।
कंपनियों ने कहा कि बचाव और सुरक्षा के अच्छे रिकार्ड का मतलब है कि टीके को आपात इस्तेमाल का अधिकार दिया जाना चाहिए, जो खाद्य और दवा प्रशासन (एफडीए) अंतिम जांच पूरी होने से पहले दे सकता है। फाइजर की घोषणा के एक दिन पहले देश में संक्रामक बीमारियों के विशेषज्ञ डॉ। एंथनी फाउसी ने कहा कि ‘मदद मिलने वाली है।’ साथ ही उन्होंने कहा कि मास्क लगाना छोड़ना और सुरक्षा के अन्य उपायों को त्यागने का अभी वक्त नहीं आया है। उन्होंने कहा,‘हमें जन स्वास्थ्य में वास्तव में दोगुना काम करने की जरूरत है और हमें उस मदद का इंतजार है।’
दिलचस्प बात ये है कि फाइजर ने सबसे पहले अपनी वैक्सीन के 90 प्रतिशत तक कामयाब होने का दावा किया, तो अगले ही दिन रुस की स्पूतनिक वी ने दावा किया कि उनकी वैक्सीन 92 प्रतिशत तक कोरोना भगाने में कारगर है। हालांकि फाइजर वैक्सीन के माइनस 70 डिग्री सेंटिग्रेट पर स्टोरेज करने को एक चुनौती माना जा रहा है। फाइजर की योजना अगले साल 1।3 बिलियन डोज तैयार करने की है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फाइजर साल के आखिर तक इतनी डोज बना लेगी कि डेढ़ से दो करोड़ लोगों को इम्युन किया जा सके।