-आज समाचार सेवा-
नयी दिल्ली । फिल्म चाहे हॉलीवुड की हो या फिर बॉलीवुड की, ऑस्कर अवॉर्ड सभी के लिए मायने रखते हैं. किसी फिल्म को ऑस्कर मिलना उसे ना सिर्फ बड़ा बना देता बल्कि उसे हर जमाने में याद रखा जाता है. इस बार हिंदुस्तान की तरफ से हिंदी नहीं बल्कि एक मलायलम फिल्म को ये मौका मिल गया है. 2019 में रिलीज हुई फिल्म जलीकट्टू ऑस्कर में देश का प्रतिनिधत्व करने वाली है.जलीकट्टू का निर्देशन लीजो जोस पेल्लिसेरी ने किया है. ऑस्कर के लिए नॉमिनेट होने से पहले इस फिल्म को टोरंटो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी दिखाया गया था. उस समय भी इस फिल्म की जमकर तारीफ की गई थी. फिल्म की कहानी से लेकर निर्देशन तक, हर पहलू को काफी पंसद किया गया था. फिल्म को देख कई तरह की भावनाएं उमड़ कर आई थीं. अब जब जलीकट्टू को ऑस्कर में भी जगह मिलने जा रही है, तो उसके पीछे भी एक खास वजह है.बताया जा रहा है जूरी को जलीकट्टू की थीम काफी ज्यादा प्रभावित कर गई है. फिल्म में दिखाया गया है कि इंसान, कई मायनों में जानवर से भी बदत्तर होते हैं. हर किरदार ने दर्शकों संग कनेक्ट किया है और संदेश भी खूबसूरती से दिया गया है. इसी वजह से इस फिल्म को ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया है. लेकिन फिल्म के लिए ये राह भी इतनी आसान नहीं रही है.27 फिल्मों को पीछे छोड़ नॉमिनेशन में आई जलीकट्टूहिंदुस्तान की तरफ से भी 27 फिल्में रखी गई थीं।