चंदौली। कोविड-19 प्रकोप के कारण तीन दिवसीय दुर्गा पूजा महोत्सव की धूम व चमक अबकी बार नहीं देखने को मिली। इसके साथ ही प्रतिमाओं का विसर्जन शांतिपूर्ण माहौल में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुकम्मल हुआ। प्रतिमाएं पंडाल से उठीं और निर्धारित स्थल पर पहुंचकर विसर्जित की गयी। इस दौरान कोविड प्रोटोकाल का पालन कराने के साथ ही पुलिस बल ने विशेष सतर्कता बरती। विदित हो कि सदर तहसील क्षेत्र के 22 स्थानों पर पूजा पंडाल को स्थापित करने की अनुमति दी गयी थीए जहां तीन दिवसीय दुर्गा पूजा महोत्सव सम्पन्न होने के बाद सोमवार को प्रतिमाओं को पंडाल से विसर्जन के लिए ले जाया गया। प्रतिमाओं को नगर भ्रमण कराते हुए सावजी के पोखरे पर ले जाकर विसर्जित किया गया। इस दौरान न ही अबीर-गुलाल उठे और ना ही ढोल-नगाड़े की थाप ही लोगों को सुनने को मिली। प्रतिमा विसर्जन जुलूस में पुलिस साथ-साथ चल रही थी। इस बाबत कोतवाल अशोक मिश्रा ने बताया कि प्रतिमाओं के विसर्जन की रास्ता व स्थान पहले से निर्धारित किया गया था। नगर क्षेत्र की प्रतिमाएं सावजी के पोखरे पर विसर्जित कराई गयी है। उधर ग्रामीण इलाकों में स्थापित दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन भी पुलिस निगरानी में शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न कराया गया। जुलूस में पुलिस ने भी जमा नहीं होने दी ताकि कोविड प्रोटोकाल टूटने न पाए।