दरभंगा (जाले)(आससे)। मॉस्क वितरण के क्रम में मॉस्क लेने से इनकार करने को लेकर जाले थाना क्षेत्र के कतरौल वसन्त गाँव मे गुरुवार को स्थानीय मुखिया व इनके फरीक आपस मे भीड़ गए। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों एक दूसरे को नीचा दिखाने को लेकर आपस मे मारपीट की घटना को अंजाम दिया। इस घटना में एक पक्ष से कुसुम देवी, मदन लाल महतो, इनके भैसुर सोनेलाल महतो, बेटी प्रीति कुमारी व दूसरे पक्ष से स्थानीय मुखिया उपेंद्र महतो जख्मी हो गए। परिजनों ने सभी को इलाज के लिए रेफ़रल अस्पताल में भर्ती कराया। मामले को लेकर दोनों पक्षों की ओर से जाले थाना में एक दूसरे के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है।
इस मामले को लेकर मदन लाल महतो की पत्नी कुसुम देवी ने अपने दिए आवेदन में बताई है कि गुरुवार के दिन के 12 बजे के करीब मुखिया पुत्र संजय महतो इनके घर पर आ कर छेड़खानी करने की नीयत से गाली गलौज करने लगा। विरोध करने पर वापस चला गया एवम 30 मिनट बाद पुनः लाठी, टेंगरी, रॉड लेकर इनके घर पर उपेंद्र महतो, शम्भू महतो, रघुनाथ महतो, लक्ष्मी महतो, सज्जन महतो के साथ पहुच कुसुम देवी, मदन लाल महतो, इनके भैसुर सोनेलाल महतो ,बेटी प्रति कुमारी को जान से मारने की नीयत से हमला कर जख्मी कर दिया।
वहीं स्थानीय मुखिया उपेंद्र महतो ने अपने दिए आवेदन में बताया कि गुरुवार को दिन के 12 बजे के करीब स्थानीय वार्ड 5 के वार्ड सदस्य फेकन राय के साथ मॉस्क का वितरण किया जा रहा था, कि इसी क्रम में वार्ड सदस्य श्री राय मदन लाल महतो के दरवाजे पर मॉस्क व साबुन वितरण करने पहुचा। मदन लाल ने तैस में आकर लेने से इनकार किया और बोला कि सरकार द्वारा आपको 9 लाख 10 हजार रुपये वितरण के लिए आया है, बांकी सारा पैसा आपलोग खा गए। इस दौरान उन्होंने एक दर्जन मॉस्क व एक दर्जन साबुन देने की मांग करने लगा। इनकार किये जाने पर मदन लाल व सोने लाल ने धक्का देकर इन्हें जमीन पर गिरा दिया। इस बीच मदन लाल महतो ने टेंगरी से हमला कर इन्हें जख्मी कर दिया। इस बीच अनिल महतो,इंद्रजीत महतो व कुसुम देवी ने लात मुक्का से मारने लगा।
इस घटना से आहत हुए मुखिया महासंघ के अध्यक्ष राघवेन्द्र प्रसाद ने जाले थाना परिसर में विभिन्न पंचायतो के मुखिया के साथ एक बैठक करने के उपरांत बताया कि मुखिया के साथ किये गए अभद्र व्यवहार की मुखिया संघ निंदा करती है। किसी को कानून अपने हाथ मे लेने का हक नही है। उन्होंने बताया कि अगर मुखिया गलती किया, तो इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से करनी चाहिए थी। यह कार्य बिल्कुल निंदनीय व असंवैधानिक है। उन्होंने बताया कि मुखिया पर हमला करने वाले कि गिरफ्तारी तुरंत होनी चाहिये,अगर गिरफ्तारी नही होती है, तब तक सभी मुखिया सरकारी कार्य मे किसी प्रकार का कोई सहयोग नही करेंगे। इस आशय का एक पत्र मुखिया संघ ने बीडीओ राजेश कुमार को सौंपा।
ये बहुत ही निंदनीय है जो भी हुवा हैं गलत हुवा हैं कोई जरूरी नहीं है किसी को कानून अपने हाथों में ले। मुखिया अगर गलती करता है तो जनता उनसे पूछ सकती हैं न की उन पर वार करें।
कानून प्रसासन सख्त कदम उठाए।