- आदर्श आचार संहिता लागू
- डोर टू डोर कैंपेन में सिर्फ 5 लोगों को इजाजत
नयी दिल्ली (एजेंसी)। चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है। प्रदेश में तीन चरणों में वोट डाले जायेंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने अन्य चुनाव आयुक्तों की मौजूदगी में तारीखों का ऐलान किया। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि बिहार में चुनाव 3 चरण में होगा। पहला चरण 28 अक्तूबर को 71 विधानसभा सीट के लिए कराया जायेगा। वहीं दूसरा चरण 3 नवंबर को 94 विधानसभा सीट और तीसरा चरण 7 नवंबर को 78 विधानसभा सीट के लिए चुनाव होगा। जिसके बाद 10 नवंबर को मतगणना की तारीख तय की गयी है।
चुनाव तिथियों का ऐलान होने के साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गयी है। चुनाव आयोग की घोषणा के बाद बिहार में चुनाव प्रचार भी तेज हो जायेंगे। बता दें कि कोरोना काल में भी विभिन्न राजनीतिक दल पहले से ही वर्चुअल या अन्य तरीकों से मतदाताओं तक पहुंच बनाने में जुटे हैं।
243 विधानसभा सीटों पर होंगे चुनाव
बता दें कि बिहार विधानसभा में कुल सीटों की संख्या 243 है। 38 सीटें अनुसूचित जाति के लिए और 2 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व हैं। बिहार में 7 करोड़ 79 लाख मतदाता हैं। इसमें महिला वोटर की संख्या 3 करोड़ 39 लाख है। सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक वोटिंग होंगे।
चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही बिहार विधानसभा चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो गया है। पिछला विधानसभा चुनाव 7 चरणो में चुनाव हुआ था। पिछलें चुनाव में एनडीए को 59 सीटें मिलीं थी जिसमें बीजेपी को 54, एलजेपी को 2, आरएलएसपी को 2 और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को 1 सीट मिली थी। पिछले चुनाव में महगठबंधन को जीत मिली थी, जिसमें आरजेडी को 80, जेडीयू को 70 और कांग्रेस को 26 सीटें मिली थी।
हालांकि गठबंधन की सरकार ज्यादा दिनों तक नही चल पायी और बाद में जेडीयू महागठबंधन से अलग हो गयी और बीजेपी के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनायी। देखा जाता है कि जब जब बीजेपी और जेडीयू बिहार में एक साथ चुनाव लड़े है, बीजेपी और जेडीयू के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर तयशुदा फार्मूला रहा है।
एक तरह जहां शुक्रवार को बिहार चुनाव की तारीखों की घोषणा होने की चर्चा है वहीं दूसरी तरफ कोरोना काल में चुनाव कराने के लिये चुनाव आयोग ने विस्तृत दिशानिर्देश भी जारी कर दिया है। चुनाव आयोग के दिशानिर्देश के मुताबिक कोरोना में मास्क, सैनिटाइजर, ग्लव्स के इस्तेमाल के अलावा कई बातों का राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों, मतदाताओं और चुनाव से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को ध्यान में रखना होगा। पूरे चुनाव प्रक्रिया में सभी लोगों को मास्क का इस्तेमाल करना होगा।
उम्मीदवार को डोर टू डोर कैंपेन में सिर्फ 5 लोगों के जाने की इजाजत होगी। यानी उम्मीदवार अपने साथ सिर्फ अपने अलावा 4 लोगों को साथ ले जा सकेगा। इसके अलावा नामांकन के दौरान उम्मीदवार को अपने साथ दो लोग और दो गाडिय़ों को ले जाने की इजाजत होगी। इसके अलावा पहली बार जमानत राशि ऑनलाइन भरने की सुविधा दी गयी है। पब्लिक मीटिंग और रोड शो की अनुमति गृह मंत्रालय और राज्यों के कोरोना पर दिशा निर्देशों के अनुसार मिलेगी। रोड शो में 5-5 गाडिय़ों के बीच में आधे घंटे का गैप होना चाहिए।
मतदान के दिन पोलिंग बूथ पर खास व्यवस्था की जायेगी, लेकिन कोरोना पॉजिटिव जो क्वारंटाइन हैं उन्हें मतदान के दिन सबसे आखिरी घण्टे में वोट देने की सुविधा होगी और इस दौरान स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद होंगे ताकि तमाम प्रोटोकॉल का पालन किया जा सके। अगर किसी मतदाता का स्वास्थ्य मंत्रालय के तय तापमान से अधिक होता है तो ऐसे मतदाता को टोकन/सर्टीफिकेट दिया जायेगा और मतदान के आखिरी घण्टे में मत देने के लिये बुलाया जायेगा। खास बात है कि कोरोना पॉजिटिव और संदिग्ध मतदाता को चुनाव आयोग ने पोस्टल बैलट की सुविधा भी प्रदान की है।
बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है। कोरोनाकाल में करवाए जा रहे इस इलेक्शन को लेकर चुनाव आयोग ‘सहज, सुगम और सुरक्षित मतदान’ का स्लोगन दिया है। चुनाव आयोग के दिशानिर्देश के मुताबिक कोरोना में मास्क, सैनिटाइजर, ग्लव्स के इस्तेमाल के अलावा कई बातों का राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों, मतदाताओं और चुनाव से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को ध्यान में रखना होगा।
मतगणना के दिन एक हॉल में 7 से अधिक मतगणना टेबल नहीं होंगे। एक विधानसभा क्षेत्र की मतगणना 3 से 4 हॉल में होगी। उम्मीदवार को डोर टू डोर कैंपेन में सिर्फ 5 लोगों के जाने की इजाजत होगी। नामांकन के दौरान उम्मीदवार को अपने साथ दो लोग और दो गाडिय़ों को ले जाने की इजाजत होगी। बिहार विधान सभा चुनाव की घोषणा के बाद चुनाव आयोग आनेवाले दिनों में करेगा बिहार का दौरा।