अलीगढ। कस्बा जट्टारी के गांव फाजिलपुर निवासी सिपाही की आगरा में खनन माफियाओं ने टैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी। सिपाही की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया और गांव में मातम छाया गया। देर शाम सिपाही का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचा तो मातम छा गया।
कस्बा जट्टारी के गांव फाजिलपुर निवासी सोनू चौधरी दो साल पूर्व पुलिस में भर्ती हुआ था। उसके पिता की पहले ही मौत हो गई, सोनू चौधरी के घर में दो छोटे भाई भी हैं। सोनू की तैनाती आगरा के सैंया थाने में थी। रविवार सुबह सोन गांव के पास अवैध खनन की सूचना मिली जिसके बाद सैंया थाने में तैनात एसआई अमित कुमार, सिपाही सोनू चौधरी, सुधीर, सूरज, सुनील और शिशुपाल के साथ थाने की गाड़ी से निकले। पुलिस टीम ने काफी देर तक खेरागढ़-सैंया रोड पर अवैध खनन करने वालों का इंतजार कर रही थी। लेकिन बालू से भरे ट्रैक्टर-ट्राली नहीं आए। पुलिस टीम थाने की ओर जा रही थी तभी खेरागढ़ इलाके के गांव सोन का बड़ा नगला के पास उन्हें कई ट्रैक्टर-ट्राली आते दिखे, यह इलाका खेरागढ़ थाना का था। गाड़ी से उतरकर सोनू ने ट्रैक्टर को रोकने के लिए डंडे से इशारा किया, अन्य पुलिसकर्मी भी पास में खड़े थे। तभी चालक ने ट्रैक्टर सोनू के ऊपर चढ़ा दिया, हादसे में सोनू की मौके पर ही मौत हो गई।
ग्रामीणों का कहना था कि ट्रैक्टर चढ़ने के बाद उसे आरोपित छोड़कर दूसरे ट्रैक्टरों से भाग गए। खनन माफिया ने मुख्य मार्गों के बजाय खनन को गांवों की पगडंडियों और लिंक रोड को ही रूट बना लिया है। मौके से मिले ट्रैक्टर के आधार पर पुलिस को आरोपितों के राजस्थान के होने की आशंका है। इस हादसे की जानकारी मिलते ही परिजनों पर पहाड ही टूट गया, क्योंकि सोनू चौधरी घर में सबसे बडा था। आनन-फानन में रविवार दोपहर बाद परिजन आगरा पहुंच गए। परिजनों का कहना था कि सोनू की शादी 8मई, 19 को प्रिया निवासी समस्तपुर खुर्जा (बुलंदशहर) से हुई थी। करीब 10 दिन पहले सोनू पत्नी प्रिया को अपने साथ आगरा लेकर गया था। देर शाम सोनू के शव को उसके पैतृक गांव फाजिलपुर लाया गया, जहां उसका सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।