बिल्हौर 3 नवंबर। बिल्हौर तहसील के दर्जनों धान खरीद केंद्र माफियाओं के कब्जे में है । जिसमें सबसे अधिक उत्तरीपुरा के आढ़तियां हैं। जो दूरदराज गांव में अपने चहेतों के नाम से सेंटर दिला रखा है । उसमें कुछ केंद्र ऐसे गांवों में ऐसी जगह है। जहां पर दो दाने भी धान गांव में पैदा नहीं होती है। लेकिन वहां पर अभी तक धान खरीद दो दाने नहीं हो सकी है। शासन-प्रशासन आंख मूंद कर बैठा है
। बिषधन कस्बे में धान खरीद केंद्र खोलने के लिए सपा नेत्री रचना सिंह ने धरना प्रदर्शन किया था। उसमें परगनाधिकारी पीएन सिंह ने आश्वासन दिया था। कि जल्द ही केंद्र खुलेगा लेकिन आज तक नहीं खुल सका है। किसान हजार रुपए में धान बेच रहा है। ककवन कस्बा स्थित विपणन शाखा के धान खरीद केन्द्र मे धान की खरीद सही ढ़ंग से नहीं शुरू हो पा रही है। प्रदेश सरकार व उच्चाधिकारियों के लाख प्रयासों के बाद धरातल पर किसानों को फसलों के समर्थन मूल्य का भुगतान नहीं हो पा रहा है। लेकिन हैण्डलिंग व्यवस्था के ठेकेदार द्वारा अभी तक केन्द्र पर ना ही साधन जुटाए गए और ना मजदूर एेसे मे किसान दूर -दराज गांवो से आते तो है । लेकिन उनकी धान नहीं खरीदी जाती है। वहीं पूरे मामले मे केन्द्र प्रभारी प्रशांत रंजन शुक्ला ने बताया कि हैण्डलिंग साधन ना आ पाने की शिकायत कई बार उच्चाधिकारियों को दी जा चुकी है । सम्भागीयं खाद्य निंयत्रक को पत्र भी लिखा चुका है। गौरतलब हो कि क्षेत्र के सत्तारूढ़ पार्टी के एक प्रतिनिधि का करीबी होने के कारण दबंग ठेकेदार ने अपना चार्ज नहीं लिया जिसके कारण किसानों को समस्या उठानी पड़ रही है। हैण्डलिंग के तहत खरीद के दौरान प्रयुक्त होने वाले साधन व मजदूर ई टेन्डर के माध्यम से निविदा डाली जाती है। जिसका इस वर्ष टेन्डर निखिल ट्रेडर्स के नाम से हुआ था। लेकिन सत्ता के नशे मे अभी तक ठेकेदार ने अपना काम नहीं शुरू किया है। इधर उपजिलाधिकारी मीनू राणा ने बताया कि घाटमपुर मतदान होने के बाद सभी विकास खण्ड के केन्द्रो पर छापेमारी की जाएगी।