अलीगढ का जयगंज बवालः पुलिस की मौजूदगी में हुआ शव का दाह संस्कार

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घटना स्थल के हालात। छाया-- आज

अलीगढ। सासनी गेट के मोहल्ला जयगंज के सराय मिश्रदुर्गापुरी में देर रात आईपीएल मैच को लेकर दो पक्षों में विवाद के दौरान एक युवक की मौत हो गई। रात से ही इलाके में कई थानांे का फोर्स, पीएसी, रैफ के जवान तैनात थे। बाल्मीकि समाज के लोगों की मांग थी कि मृतक के परिजनों को एक घर, 25 लाख का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को करीब दो-ढाई घंटे तक पोस्टमार्टम गृह से नहीं लेकर गई। पुलिस और प्रशासनिक अफसर इलाके की स्थिति भांप रहे थे। इसके बाद शव को परिजन पुलिस के साथ इलाके तक ले गए और सडक किनारे रखा। इसके बाद पुलिस के साथ ही परिजन मोक्षधाम शव को लेकर पहुंचे, जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस ने इस घटना के संबंध में कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। इसके साथ ही नामजद आरोपियांे की तलाश में पुलिस टीम जुटी हुई हैं।
सराय मिश्र में आइपीएल मैच के सट्टे को लेकर मंगलवार देर रात दो पक्षों में विवाद हुआ। विवाद इतना बढ गया कि दोनों पक्षांे से पथराव के साथ-साथ फायरिंग शुरू हो गई। इस घटना में दोनों पक्षों के एक दर्जन से अधिक लोग घायल भी हो गए। इस बीच एक युवक की दो गोली लगने से मौत हो गई। इसके बाद विवाद और बढ गया, मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला। पुलिस ने इस घटना के संबंध में देर रात अभियोग दर्ज किया। शक्ति निवासी सराय मिश्रा दुर्गापुरी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। डाक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम शुरू किया तो पता चला कि एक गोली तो पार हो गई है जबकि दूसरी शरीर में लगने के बाद कहीं दूसरी जगह फंस गई। डाक्टरांे की टीम ने बुलट तलाशने के लिए शव को एक्स-रे के लिए भेजा। इसके बाद शरीर में फंसी गोली को डाक्टरांे ने बाहर निकाला। इस बीच पोस्टमार्टम पर सैकडांे लोगांे की भीड थी, इस बीच एसीएम द्वितीय रंजीत सिंह भी वहां पहुंच गए। लोगांे की मांग थी कि मृतक के परिजनांे को घर, 25 लाख का मुआवजा, परिवार के सदस्य को नौकरी और परिजनों की सुरक्षा की जाए। इस पर उन्होंने अश्वास्त किया कि नियमानुसार मुआवजा आदि दिया जाएगा। पोस्टमार्टम से जैसे ही शव जयगंज के लिए चला। पुलिस पूरी तरह से अलर्ट हो गई, जयगंज में शक्ति का शव पहुंचा तो उसे सडक के एक ओर रख दिया गया। जिसके बाद अंतिम संस्कार की रस्म अदायगी शुरू हो गई। बाद में शव यात्रा के साथ पुलिस बल भी मोक्षधाम तक पहुंचा और अंतिम संस्कार के बाद ही वहां से पुलिसकर्मी लौटे।

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