जाले (दरभंगा)(आससे)। प्रति वर्ष छठ पर्व के अगले दिन से शुरू होने वाले दो दिवसीय 54वां महावीरी झंडा महोत्सव का समापन रविवार को प्रखण्ड के दोघरा पुरानी बाजार के प्रांगण में आपसी मिलान के साथ सम्पन्न हो गया। पूरा परिसर बजरंगबली के जयकारे से गुंजायमान हो रहा था। कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग के पालन कराने का प्रयास किया गया। इसके कारण भक्तों की अप्रत्याशित भीड़ नही जुटी।
इसके बावजूद सबसे पहले दिन के 11 बजे अध्यक्ष संजय महतो के नेतृत्व में 95 फीट ऊंची लतराहा महावीरी झंडा दोघरा बाजार पर पहुचा, जहां स्थानीय लोगो ने झंडा का स्वागत किया। दिन के 12 बजे नागेंद्र यादव के नेतृत्व में 101 फीट ऊंची दोघरा महावीरी झंडा, दो बजे राम सेवक मंडल के नेतृत्व में सौरिया एवं तीन बजे पच्चू साह के नेतृत्व में गगनचुंबी नगरडीह का झंडा दोघरा बाजार मिलान स्थल पर पहुँचा। स्थानीय झंडा समिति के लोगो ने एक दूसरे को परम्परागत ढंग से स्वागत किया।
वहीं पहले से मौजूद बिहार सरकार के पर्यटन, श्रम व खदान मंत्री जीवेश कुमार सहित हजारो भक्तों ने चारों महावीरी झंडा का विधिवत पूजा अर्चना किया। इसके उपरांत महावीरी झंडा के आपसी मिलान के बाद सभी सदस्यों ने अपने अपने झंडा को अपने अपने गाव की ओर ले गए। इस दौरान कई श्रद्धालु भक्तों ने आंशिक रूप से बांस के बने झड़नी के सहयोग से महावीर जी का भजन का गायन कर लोगो को मनोरंजित किया।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर डीएसपी अनोज कुमार, प्रखंड के वरीय अधिकारी पीडी आत्मा पुर्णेन्दु नाथ झा, सीओ अनिल कुमार मिश्र, बीडीओ राजेश कुमार, मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी रजनीश कुमार, बीईओ देवेन्द्र ठाकुर के अलावे कमतौल अंचल के पुलिस निरीक्षक बसंत कुमार झा,सदर पुलिस निरीक्षक सुबोध चौधरी, जाले थानाध्यक्ष दिलीप कुमार पाठक, कमतौल थानाध्यक्ष सरवर आलम, केवटी थानाध्यक्ष शिव कुमार यादव, सिंघवारा, पतोर, सोनकी, विशनपुर थानाध्यक्ष, सहित जाले थाना के सभी पुलिस व अधिकारी एवं सीतामढ़ी जिला के नानपुर थाना की पुलिस चप्पे चप्पे पर मौजूद थी।
मौके पर प्रमुख फूलों बैठा, मुखिया संध के अध्यक्ष सह राढ़ी दक्षिणी के मुखिया राघवेंद्र प्रसाद, काजी-बहेड़ा मुखिया, महेश प्रसाद, देउरा-बंधौली के मुखिया पति संतोष साह, राढ़ी पश्चिमी के मुखिया पति सुबोध साह, रेवढ़ा मुखिया मिथिलेश प्रसाद, जाले दक्षिणी मुखिया राजदेव महतो, कतरौल-बसंत मुखिया उपेन्द्र महतो, दोघरा मुखिया पति नूर आलम, पूर्व मुखिया सरफराज आलम सहित सौरिया के समाजसेवी रामलला चौधरी, वली इमाम बेग उर्फ चमचम, आमीर इकबाल आदि मौके पर थे।