नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को सबक सिखाने के लिए राज्य पुलिस और सेना हर तरीके से कार्रवाई कर रही है। राज्य पुलिस अब आतंकियों के मददगारों पर भी डोरे डालने लगी है। जम्मू-कश्मीर के अंवतीपोरा में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है, जहां आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुडज़े दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिराफ्तार किए गए दोनों लोगों पर आतंकियों के लिए खाना-आवास और अन्य सहायता देने का आरोप है।
जानकारी के अनुसार ये लोग उनके रहने-खाने के अलावा हथियारों का भी आदान-प्रदान करते थे। इसके अलावा आतंकियों तक खुफिया और संवेदनशील जानकारी पहुंचाते थे। गिरफ्तार दोनों आतंकियों के नाम बिलाल अहमद चोपान और मुर्शलीन बशीर शेख बताया गया है। बिलाल अहमद चोपान त्राल के वगाद इलाके का रहने वाला है, जबकि मुर्शलीन बशीर शेख पंपोर के चटलाम इलाके का रहने वाला है। इन दोनों के पास से ऐसे कई सामान मिले हैं जो आतंकियों के साथ उनकी साठगांठ को बताता है। पुलिस के मुताबिक दोनों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है।
जाहिर है इन दिनों जम्मू-कश्मीर में सरकार बेहद चौकन्नी होकर काम कर रही है। पाकिस्तान की तरफ से लगातार आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश की जा रही है। जम्मू और कश्मीर से 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। वो कश्मीर में अशांति फैलाने की कोशिश में है। तब से पाकिस्तान आतंकवादियों के जरिए नेताओं और नागरिकों जैसे सॉफ्ट टारगेट पर हमला करा रहा है।
इनपुट्स से संकेत मिलते हैं कि जम्मू और कश्मीर में होने वाले जिला विकास परिषदों (डीडीसी) के चुनाव ने भी आतंकवादियों और पाकिस्तान को परेशान किया हुआ है। चुनावों से पहले ही नामांकन और जनता की भागीदारी बड़े पैमाने पर देखी गई।
वहीं जम्मू के नगरोटा में गुरुवार को हुए एनकाउंटर को लेकर अहम खुलासा हुआ है। मुठभेड़ में ढेर हुए आतंकियों के पास से जो चीजें बरामद हुई हैं उसने पाकिस्तान की पोल खोल दी है। यही नहीं, आतंकी पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से लगातार संपर्क में भी थे। आतंकियों के पास से पाकिस्तान की एक कंपनी का डिजिटल मोबाइल रेडियो बरामद हुआ है।