-आज समाचार सेवा-
स्वनिधि योजना में अब तक ४०५१ आवेदन पत्र ऑनलाइन पूर्ण हो चुके हैं, जिसके सापेक्ष २४११५ आवेदनों में ऋण स्वीकृत हो चुका हैमण्डलायुक्त दीपक अग्रवाल ने कहाकि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अन्तर्गत ऋण के लिए हुए आवेदनों को २७ अक्तूबर से पूर्व स्वीकृति कर लिया जाय ताकि ऋण वितरण अधिक से अधिक लोगों को कराया जा सके। स्वनिधि में प्राप्त आवेदनों, स्वीकृति एवं ऋण डिसपरल में वाराणसी देश में प्रथम स्थान पर है। कमिश्नर ने २७ अक्टूबर से पूर्व जनपद में कम से कम २५००० वेंडरों को ऋण वितरण का लक्ष्य निर्धारित कर पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसके लिए स्वीकृत आवेदन का तत्काल ऋण वितरण करें तथा प्राप्त आवेदनों को स्वीकृत कर वितरण करें। ऋण स्वीकृत व वितरण में अंतर नहीं होना चाहिए। बैठक में बताया गया कि आदमपुर क्षेत्र के २९०१ वेंडरों, भेलूपुर के ६०८९ वेंडरों, दशाश्वमेध के ६४६९ वेंडरों, कोतवाली क्षेत्र के ३०५५ वेंडरों, वरुणा पार के १२१८७ वेंडरों, काशी विद्यापीठ के २५६८ वेंडरों, हरहुआ के १८३५ वेंडरों, चिरईगांव के २५८८ वेंडरोंए रामनगर के १६२५ तथा गंगापुर के १८४ वेंडरों के आवेदन भरवाए जा चुके हैं। अब तक कुल २४११५ वेंडरों के आवेदन के ऋण स्वीकृत हो चुके हैं। कुल ४५२२८ वेंडर रजिस्टर्ड है। जिसमें ४४८९७ वेंडरों के आवेदन भरवाए जा चुके हैं। शेष वेंडरों के आवेदन भरवाने हेतु बैंके अपने क्षेत्र के वेंडरों से संपर्क कर उन सभी शेष वेंडरों के आवेदन भरवाए। केंद्र सरकार की आर्थिक सहायता पैकेज में यह स्वनिधि योजना स्ट्रीट वेंडरों को सहायता की बड़ी महत्वाकांक्षी योजना है। इसमें वेंडर को १० हजार रुपये का ऋण उपलब्धता का प्राविधान बिना किसी गारंटी के देय है। कोरोना काल में हुए लॉकडाउन के फ लस्वरुप आर्थिक समस्या से जूझते वेंडर को अपने व्यवसाय को पुन: सुचारु रूप से चलाने में यह आर्थिक सहायता बहुत सहूलियत की है। कमिश्नर ने विभिन्न बैंक वाइज उनके यहां प्राप्त आवेदनों, स्वीकृत एवं वितरित हुए ऋण की एक-एक विस्तार से समीक्षा और इसमें युद्ध स्तर पर तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, नगर आयुक्त गौरांग राठी, मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुलगी सहित सभी बैंकों के अधिकारी उपस्थित रहे।