-आज समाचार सेवा-
ओकलैंड: फेसबुक ने गुरुवार को ”स्टॉप द स्टील” नामक एक बड़े समूह पर पाबंदिया लगाई है. जिसका इस्तेमाल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए कर रहे थे.
समूह के कुछ सदस्यों ने इसमें हिंसा की बात की है, तो कई ने यह गलत दावा किया है कि डेमोक्रेट्स रिपब्लिकन्स से चुनाव हड़प रहे हैं. फेसबुक की इस कार्रवाई के पहले ही 3,50,000 से अधिक उपयोक्ता समूह का सदस्य बन चुके थे. गौरतलब है कि अनेक राज्यों में मतगणना के दिन बढ़ाए जाने के बाद अचानक बहुत से समूह सामने आए हैं.
हमने ‘स्टाप द स्टील” समूह को हटा दिया है- फेसबुक
फेसबुक ने एक बयान जारी कर के कहा, ”ऐसे वक्त में जब तनाव चरम पर है, हमने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए ‘स्टाप द स्टील” समूह को हटा दिया है.” फेसबुक ने कहा कि वह उसके नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नजर बनाए रखेगी और ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी. गुरुवार दोपहर तक ‘स्टाप द स्टील’ के तर्ज पर बने एक दूसरे समूह में जुड़ने वालों की संख्या बढ़ रही थी और यह 12,000 तक पहुंच गई थी. समूह के अंदर सदस्यों ने मतदान फर्जीवाड़ा होने के गलत दावे किए और प्रदर्शन की योजना बनाई.
सबसे बड़े को बाहर निकालने से दूसरों को भी संदेश गया- फेसबुक
हिंसा के उनके आह्वान के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन ‘सेंटर फॉर काउंटरिंग डिजिटल हेट’ ने उक्त समूह की एक पोस्ट की तस्वीर साझा की जिसमें कहा गया था कि ”कोई भी पक्ष हार मानने वाला नहीं. बंदूकों को साफ करने और सड़कों पर उतरने का वक्त.” सेंटर फॉर काउंटरिंग डिजिटल हेट’ के सीईओ इमरान अहमद ने कहा कि समूह के संचालकों ने समूह को अन्य प्लेटफॉर्म पर स्थानांतरित करने की भी योजना बनाई थी. उन्होंने कहा,”सबसे बड़े को बाहर निकालने से दूसरों को भी संदेश गया”