चंदौली। मां दुर्गा की अष्टम शक्ति महागौरी की श्रद्घालुओं ने पूजा पाठ कर मां की अराधना किया। वही कुछ लोगों ने कुंवारी कन्याओं का विधि विधान से पूजा-पाठ कर उन्हे विदा किया। कहा कि मां महागौरी की आराधना से उसके पुत्रों भक्तों को जीवन की सही राह का ज्ञान होता है जिस पर चलकर वह अपने जीवन का सार्थक बना सकता है। नवरात्र में मां के इस रूप की आराधना व्यक्ति के समस्त पापों का नाश करती है। व्रत रहकर मां का पूजन कर उसे भोग लगाएं तथा उसके बाद मां का प्रसाद ग्रहण करे जिससे व्यक्ति के भीतर के दुराभाव दूर होते हैं। नवरात्र के आठवें दिन मां महागौरी की आराधना की जाती है। आज के दिन मां की स्तुति से समस्त पापों का नाश होता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार मां ने कठिन तप कर गौरवर्ण प्राप्त किया था। मां की उत्पत्ति के समय इनकी आयु आठ वर्ष की थी जिस कारण इनका पूजन अष्टमी को किया जाता है। मुगलसराय कार्यालय के अनुसार एक नई उड़ान सामाजिक संस्था के सदस्यों ने हनुमानपुर मलिन बस्ती में अष्टमी तिथि पर देवी के आठवे स्वरुप महागौरी के पूजन के उपरांत कन्या पूजन कर हलवा, पूड़ी सब्जी, चने की घुघरी, मिष्ठान का भोग लगाया गया और उपहार दिया गया। पड़ाव प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र के डुमरी स्थित गंगा तट गुरुधाम अंजनेय मंदिर के प्रांगण में नौ दिवसीय हवन का पूर्णाहुति हुआ। गौरतलब हो कि उक्त धाम मे हर वर्ष नवरात्र के मौके पर प्रथम दिन ही मां दुर्गा के नाम पर कलश की स्थापना कर नौ दिवसीय हवन का आयोजन किया जाता है। इस दौरान सद् विप्र समाज के अनु यायी दूर-दूर से आकर हवन में सम्मिलित होते हैं जबकि इस मौके पर भंडारे का आयोजन भी किया गया। वही कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले मुख्य रूप से ज्ञानेश्वर महाराज, मुनीश्वर स्वामी, महात्मा गंगेश्वर दास, महात्मा राजेश सत्यनारायण, सुनील, राजीव कुमार, महात्मा नगेंद्र, आशीष कुमार उर्फ बिट्टू, आचार्य गुलाब इत्यादि रहे। वहीं दूसरी तरफ जलीलपुर स्थित मां सर्वेश्वरी समूह के प्रांगण में नौ देवियों का पूजा कर प्रसाद वितरण किया गया व्यासपुर गांव में मां दुर्गा मंदिर का जीर्णोद्धार कर यज्ञ और भक्तिमय संगीत का कार्यक्रम करने के पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य रुप से अशोक कुमार गुप्ता उर्फ टिंकू, दिनेश कुमार पटेल, सुभाष पटेल गुड्डू पाल, नीरज भारती इत्यादि रहे।