-आज समाचार सेवा-
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेेंंसिंग के माध्यम से मंडलीय धान खरीद के प्रगति की समीक्षा करते हुए कहाकि धान खरीद केन्द्रों की तैयारियोंका स्थली निरीक्षण कर ले। मंडल में १३ लाख मैट्रिक टन धान उत्पादन की संभावना है तथा ५ लाख मैट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य है। जो उत्पादन का ४० फीसदी है। अभी धान की कटाई ज्यादा चल रही है। मंडल में नवंबर से धान विक्रय तेजी से होता है। मार्केट में रेट कम है, अत: किसान को सरकारी केंद्र पर बुलाकर धान क्रय करें जहां साधारण धानका रेट १८६८ रुपये तथा ग्रेड वन धानका रेट १८८८ रुपये प्रति कुन्तल निर्धारित किया गया है। ताकि किसानों को अधिक से अधिक लाभ दिलाया जा सके। क्रय केंद्रों को पैसा, बोरा, नमी मापक उपकरण, ट्रांस्पोर्टेसन आदि की सुदृढ़ व्यवस्था कर ले। लक्ष्य ज्यादा खरीद के लिए तैयारी रखें। अब तक २५७२० किसानों का पंजीकरण हो गया है इसी प्रचारित कर और बढ़ाएं। कंट्रोल रूम से किसानों को फोन कर बताएं कि उनके पास कौन सा केंद्र है और वहां धान बेचे। क्रय केंद्र पर किसान का उत्पीड़न कतई नहीं होना चाहिए। किसानों को पूरी सुविधा एवं सहायता दी जाये। ७२ घंटे में भुगतान करना सुनिश्चित करें। सरकार किसानों की आय बढ़ाने एवं हर संभव सहायता के लिए कृत संकल्पित है। इसका लाभ किसानों को जरूर मिले। क्रय केंद्रों से लेखपालों, किसान सहायकों को जोड़कर सेपरेट फीडबैकिंग ले। नमी युक्त धान आ जाता है तो उसके सुखाने की सहायता करा दें। मण्डलायुक्त ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी मात्रा में क्रय केंद्रों पर धान आने लगा है, अत: यहां भी धान की आवक बढ़ने को ध्यान में रखकर व्यवस्थाएं पूर्व से ही कर ली जाये, ताकि कोई परेशानी न होने पाये।