-आज समाचार सेवा-
लखनऊ (आससे)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीसी (बैंकिंग कारस्पांडेंट) सखी के रूप में चयनित सभी अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित कर उन्हें कार्य स्थल पर तैनात किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि बीसी सखी की तैनाती से ग्राम पंचायत स्तर पर एक महिला को रोजगार मिलेगा। बीसी सखी पंचायत भवन से कार्य संचालित करेंगी। इससे गांव के लोगों को बैंकिंग सम्बन्धी सुविधाएं प्राप्त होंगी। मुख्यमंत्री को सोमावार को हुई बैठक में बताया गया कि बीसी सखी के रूप में 58 हजार महिलाओं का चयन हो गया है।मुख्यमंत्री ने अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त को ‘उप्र कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोगÓ की संस्तुतियों एवं निर्देशों की समीक्षा हेतु एक बैठक आहूत करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कामगारों व श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने की कार्यवाही व्यापक स्तर पर की जा रही है। मुख्यमंत्री ने राजस्व संग्रह में वृद्धि के लिए सभी सम्बन्धित विभागों को कार्ययोजना के अनुरूप कार्यवाही को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि शासन स्तर एवं जिला स्तर पर राजस्व प्राप्ति की गहन मॉनीटिरंग की जाए। उन्होंने जीएसटी राजस्व संग्रह की समीक्षा किए जाने के निर्देश भी दिए हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि धान क्रय केन्द्रों पर किसानों को अपनी उपज बेचने में कोई असुविधा न हो। उन्होंने अधिकारियों को धान क्रय प्रक्रिया की गहन समीक्षा और क्रय केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बुन्देलखण्ड क्षेत्र के किसानों को मूंगफली की फसल का उचित मूल्य दिलाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जनता को आलू, प्याज सहित आवश्यक खाद्य सामग्री उचित मूल्य पर प्राप्त हो। इस संबंध में सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश देते हुए कहा कि जमाखोरों के साथ सख्त कार्यवाही की जाए।