नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) में कांग्रेस (Congress) ने शराबबंदी (Liquor ban) की समीक्षा का ऐलान किया है। जिसके बाद बिहार की राजनीति गर्मागई है। विपक्षी दल नीतीश कुमार (Nitish kumar) पर शराबबंदी को सही से लागू नहीं करने का आरोप लगा रहे हैं। हाल में लोक जन शक्ति पार्टी (Lok janshakti party) के चिराग पासवान ( Chirag paswan) ने कहा था कि नीतीश ने शराबबंदी को सख्ती से लागू नहीं किया। जिसकी वजह से बिहार के बेरोजगार शराब तस्करी कर रहे हैं।
नीतीश कुमार ने किया पलटवार
नीतीश पर शराबबंदी को लेकर हो रहे हमले के बीच उन्होंने पलटवार करते हुए कहा है कि शराबबंदी से शराब माफिया और उनसे मिलीभगत रखने वाले लोग परेशान हैं। वह मुझे हर हाल में सत्ता से बेदखल करना चाहते हैं। लखीसराय में एक रैली को संबोधित करते हुए नीतीश कहते हैं कि आज से पांच साल पहले महिला शराबबंदी की मांग करती थी। हमने सत्ता में आते ही शराबबंदी कर दी। जिसके बाद ये लोग मेरे खिलाफ महौल बनाने में लगे हुए हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को एक चुनावी सभा के दौरान विरोध में नारेबाजी कर रहे युवकों से कहा कि वे अपने माता-पिता से जाकर राजद शासनकाल के बारे में पूछ लें। उन्होंने युवकों से कहा कि उनकी मां सही-सही बात बताएंगी।
मुजफ्फरपुर के कांटी में आयोजित एक चुनावी सभा के दौरान नीतीश कुमार की सभा में कुछ लोगों ने मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस पर नीतीश ने नारेबाजी कर रहे लोगों से कहा, ‘क्यों मुर्दाबाद कह रहे हो, जिसको जिंदाबाद कह रहे हो उसको सुनने के लिए जाओ।’
उन्होंने कहा, ‘हम समाज को एक करने में लगे हुए हैं और वे लोग लगे हुए हैं कि समाज को फिर बांट दो। फिर झगड़ा का माहौल पैदा कर दो।’ नीतीश ने नारेबाजी करने वाले युवकों से कहा कि आप लोगों को यहां कोई कुछ नहीं करेगा।