मुंबई (एजेंसी)। पीएनबी स्कैम में पंजाब नेशनल बैंक के डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी ने कथित रूप से हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी से एक करोड़ 8 लाख रुपये की रिश्वत ली थी। सीबीआई ने इस मामले में गोकुलनाथ शेट्टी के खिलाफ नया केस दर्ज किया है।
सीबीआई का दावा है कि मेहुल चोकसी ने ये रिश्वत ‘लेटर ऑफ अंडरटेकिंग’ पाने के लिए दी थी। सीबीआई ने इस केस में देबज्योति दत्ता नाम के शख्स को भी आरोपी बनाया है। देबज्योति दत्ता रिशिका फाइनेंशियल नाम के फर्म का मालिक है, इस शख्स पर आरोप है कि इसने रिश्वत की रकम पाने में मेहुल चोकसी की मदद की।
पीएनबी के 13 हजार करोड़ के घोटाले में गोकुलनाथ शेट्टी पहला शख्स था जिसे सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। इस बहुचर्चित घोटाले में हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी आरोपी हैं।
सीबीआई ने इस FIR में आरोप लगाया है कि गलत लाभ के बदले में देवज्योति दत्ता ने कई बैकों के ब्लैंक चेक, जो उसके उसकी पत्नी और उसके स्टाफ के नाम थे, गोकुलनाथ शेट्टी को दे दिए थे। गोकुलनाथ शेट्टी ने इस चेक पर खुद रकम भरी और इसे अपने खाते में क्रेडिट किया। गोकुलनाथ शेट्टी ने इस चेक के जरिए न सिर्फ अपने नाम में बल्कि अपनी पत्नी आशालता शेट्टी, साले प्रशांत शेट्टी और सास अरुंधति शेट्टी के खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए।
एफआईआर में कहा गया है कि देबज्योति दत्ता कई विदेशी बैंकों से लेटर ऑफ अंडरटेकिंग लाने में मदद कर रहा था। दत्ता से पुष्टि होने के बाद गोकुलनाथ शेट्टी, जो कि पंजाब नेशनल बैंक में 2010 से 2017 तक मुंबई में डिप्टी मैनेजर था, ऐसे लेटर ऑफ अंडरटेकिंग को आसानी से पास करता था।