पटना: ग्रेस से इंटर-मैट्रिक के 214287 बच्चे हुए पास

कोरोना काल में कम्पार्टमेंटल का इंतजार कर रहे बच्चों को बड़ी राहत

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(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक में एक-दो विषय में फेल होकर कम्पार्टमेंटल का इंतजार कर रहे 3 लाख 40 हजार 633 छात्र-छात्राओं में से 2 लाख 14 हजार 287 छात्र-छात्रा ग्रेस मिलने के बाद पास हो गये हैं। पास होने वालों में इंटरमीडिएट के 72 हजार 610 छात्र-छात्रा एवं मैट्रिक के 1 लाख 41 हजार 677 छात्र-छात्रा शामिल हैं। इससे कोरोनाकाल में छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत मिली है।

ग्रेस के बाद उत्तीर्ण हुए छात्र-छात्राओं की सूची शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने गुरुवार को जारी की, जो बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की वेबसाइट पर है। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव आर. के. महाजन एवं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर भी उपस्थित थे। इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक परीक्षा में सम्मिलित परीक्षार्थी जो एक या दो विषय में अनुत्तीर्ण रहते, वे कम्पार्टमेंटल की परीक्षा में शामिल होने के पात्र होते हैं।

इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा में 46005 विद्यार्थी एक विषय में एवं 86481 विद्यार्थी दो विषय में अनुतीर्ण थे। कुल मिला कर यह संख्या 132486 थी, जो इंटरमीडिएट की कम्पार्टमेंटल परीक्षा में शामिल होने के पात्र थे। इसी प्रकार मैट्रिक की वार्षिक परीक्षा में 108459 विद्यार्थी एक विषय में एवं 99688 विद्यार्थी दो विषय में अनुत्तीर्ण थे। कुल मिला कर यह संख्या 208147 थी, जो मैट्रिक की कम्पार्टमेंटल परीक्षा में शामिल होने के पात्र थे।

शिक्षा मंत्री श्री वर्मा द्वारा जारी सूची में इंटरमीडिएट में कुल 132486 अनुत्तीर्ण विद्यार्थी, जो कम्पार्टमेंटल में शामिल होने के पात्र थे, में 72610 विद्यार्थी अतिरिक्त अंक ग्रेस पाकर उत्तीर्ण हुए हैं, जो कुल का 54.81 प्रतिशत है। इसी प्रकार मैट्रिक में कुल 208147 अनुत्तीर्ण विद्यार्थी, जो कम्पार्टमेंटल में शामिल होने के पात्र थे, में 141677 विद्यार्थी अतिरिक्त अंक ग्रेस पाकर उत्तीर्ण हुए हैं, जो कुल का 68.07 प्रतिशत है।

शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने गुरुवार को बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक परीक्षा, 2020 में सम्मिलित वैसे विद्यार्थी जो एक या दो विषयों में अनुत्तीर्ण होने के कारण कम्पार्टमेंटल परीक्षा, 2020 में शामिल होने के पात्र थे, उन्हें कोविड-19 महामारी के चलते एक बार के लिए लागू अपवाद के अंतर्गत कुछ अतिरिक्त अंक का ग्रेस देकर उत्तीर्ण करने का प्रस्ताव भेजा गया था, जिस पर शिक्षा विभाग द्वारा सहमति प्रदान की गयी है।

शिक्षा मंत्री श्री वर्मा ने बताया कि पूर्व के वर्षों की भांति इस वर्ष भी इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक परीक्षा, 2020 में एक या दो विषयों में अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों को कम्पार्टमेंटल परीक्षा में शामिल होने का अवसर प्रदान किया जाता, जो कोविड-19 महामारी के कारण अगले दो-तीन माह के अंदर संभव नहीं था। दो-तीन माह बाद कम्पार्टमेंटल परीक्षा होती, तो रिजल्ट नवम्बर-दिसम्बर तक आता। इससे छात्र-छात्राओं का साल मारा जाता, क्योंकि नवम्बर-दिसम्बर तक नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो जाती। ऐसे में उनके भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता।

इसके मद्देनजर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति छात्रहित में इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक परीक्षा, 2020 में एक या दो विषय में अनुत्तीर्ण वैसे विद्यार्थियों, जो इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक की कम्पार्टमेंटल परीक्षा में शामिल हो सकते थे, को एक बार के लिए अपवादस्वरूप के रूप में कुछ अतिरिक्त अंक ग्रेस देकर उत्तीर्ण करने का प्रस्ताव शिक्षा विभाग को भेजा था, जिस पर सहमति दी गयी।

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