बिहारशरीफ (आससे)। डीएलसीसी व डीएलआरसी की बैठक शनिवार को हरदेव भवन में संपन्न हुआ। बैठक में जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के कारण जिला में हजारों कामगार अपने घर वापस आये हैं। इन लोगों की स्किल मैपिंग भी कराई गई है। इनमें से 10 हजार से अधिक कुशल श्रेणी के कामगार भी हैं। इन कामगारों को विभिन्न विभागों की योजनाओं के माध्यम से अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना सरकार की उच्च प्राथमिकता है। कामगारों की मदद के लिए जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र में काउंसलिंग सेंटर स्थापित किया जा रहा है।
विगत बैठकों में जिला के सभी कार्यरत पंचायत सरकार भवनों में बैंक शाखा या ग्राहक सेवा केंद्र की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु आदेश दिया जाता रहा है। अबतक 7 पंचायत सरकार भवनों में यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है। अन्य पंचायत सरकार भवनों में भी बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराने हेतु सभी बैंकर्स को कार्रवाई करने का निदेश दिया गया।
वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुछ बैंकों की उपलब्धि असंतोषजनक पाई गई। विगत वित्तीय वर्ष में जिला के बैंकों का सकल साख जमा अनुपात 33-43 प्रतिशत रहा है। कुछ बैंकों की उपलब्धि इसमें भी असंतोषजनक रही है। जिला पदाधिकारी ने औसत से कम उपलब्धि वाले बैंकों के साथ प्रत्येक सप्ताह उपलब्धि की समीक्षा सुनिश्चित करने का निदेश जिला अग्रणी प्रबंधक को दिया। उन्होंने बैंक ब्रांच वार इसकी समीक्षा कर खराब उपलब्धि वाली शाखाओं के लिए शार्ट टर्म लक्ष्य निर्धारित करने का निदेश दिया। इसकी भी साप्ताहिक समीक्षा करने को कहा गया। सभी बैंकर्स को अधिक से अधिक लोगों को रोजगार हेतु उदारता एवं संवेदनशीलता के साथ ऋण उपलब्ध कराने को कहा।
बैठक में उप विकास आयुत्तफ़, नगर आयुत्तफ़, वरीय उपसमाहर्ता बैंकिंग, अग्रणी जिला प्रबंधक, विभिन्न बैंको के क्षेत्रीय स्तर के पदाधिकारी, अन्य बैंकों के प्रतिनिधि एव विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।