औराई। कोविड – 19 से जहाँ पूरा देश परेशान है। लेकिन एक जगह इसके अच्छे संकेत भी है कि सस्ते में ही कर रहे शादिया जून के महीने में कोरोना से लोग सस्ते में ही कर रहे शादिया। कोरोना के चार चरण में जहाँ देश के कुछ हिस्सों को छोड़कर सम्मुर्ण लॉक डाउन रहा। जिससे शादी विवाह भी खूब प्रभावित रहा। अप्रैल मई महीने में जितनी भी शादियां पहले से पड़ी थी उनको रद्द कर दिया गया। लेकन जून के महीने में सरकार द्वारा थोड़ी से छूट के बाद शादी विवाह का मौसम फिर चल पड़ा। लेकिन उसमें कुछ शर्तों के साथ आप वैवाहिक कार्यक्रम कर सकते है। सर्वप्रथम उसके लिए सरकार से परमिसन लेना होगा। परमिसन के बाद सोसल डिस्टेंसिन के पालन करने के साथ कोई भी शादी विवाह का कार्यक्रम कर सकता है। लेकिन कार्यक्रम में कम से कम लोग शामिल हो और आडम्बरो का प्रयोग भी वर्जित है। मेवालाल यादव के अनुसार इस तरह के शादियों में लगभग एक लाख के आडम्बर से लोग बच रहे है। डीजे, रोड़ लाइट, आर्केस्ट्रा से जहाँ समाज मे कुरीतिया फैल रही है। साथ ही साथ वातावरण प्रदूषित हो रहा है ।लेकिन कोरोना वैवाहिक कार्यकर्मो के लिए वरदान सावित हो रहा है। जहां कोरोना के कारण हमारे वायु में शुद्धिया आ रही है। वातावरण में आक्सीजन का लेबल ठीक हो रहा है। वातावरण शुद्ध हो रहा है। उसी तरह से हमारे समाज को भी कई अश्लील हरकतों से ये कोरोना के कारण अनजाने में ही शुद्ध हो रहा है। संजय उपाध्याय ने अनुसार कोरोना के बाद भी ऐसे आडम्बरो डीजे, रोड़ लाइट, आर्केस्टा पर सरकार द्वारा पूरी तरह से बैन लगा देना चाहिए। क्योंकि ऐसे आडम्बरो से जहा समाज में पैसों की बर्बादी को रोका जा सकता है। वही इन आडम्बरो के कारण रिस्तो में कड़वाहट कुछ हद तक खत्म किया जा सकता है। जिससे इस महंगाई में लोग अपनी बेटियों को अभिशाप न समझे , क्योकि बेटी पैदा होने के बाद लोगो के अंदर इन आडम्बरो के कारण कही न कही डर पैदा हो जाता है। अब समय आ गया है कि समाज मे कुछ बदलाव लाना चाहिए।