क्यों भारतीय समाचार चैनल पूरी तरह से कचरा है?

भारतीय समाचार चैनल के कारणों को जानकर हम अपने व्यक्तिगत जिम्मेदारी से एक तरफ से ज़िम्मेदार होते हैं। आज के दौर में, भारतीय समाचार चैनलों का समाचार अधिकतरत्री कचरा हो गया है। कुछ समाचार चैनलों में परिप्रेक्षित केवल कुछ राजनीतिक विषयों पर फैलाई जाती है, जबकि कुछ अन्य में अधिकतर समाचार लोगों की अप्रसन्नताओं को बढ़ाने के लिए ही दिए जाते हैं। यह भारतीय समाचार चैनलों में कचरा हो गया है।

अगर हम अपने व्यक्तिगत जिम्मेदारी से एक तरफ से सामने आते हैं तो हम भारतीय समाचार चैनलों को सुधारने के लिए कई कार्य कर सकते हैं। पहले तो हम अपने समाचार चैनलों पर प्राइवेट कम्पनी के तौर पर नियंत्रण करने की कोशिश करें। यह जोखिम से बचाव के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। अगर हम यही नहीं कर सकते तो हम अपने स्थानीय समाचार चैनलों को तुरंत उनके सुधार के लिए सुझाव दे सकते हैं। हम सचेत होने पर भारतीय समाचार चैनलों को बेहतर तरीके से सुधारने में सहायता कर सकते हैं।

भारतीय समाचार चैनल को संवृद्धि के लिए सुधार करने के लिए, समाचार प्रकाशन अधिकारियों को नियमों और नीति पर आधारित स्वीकार्य कोर्सों और प्रशिक्षण प्रदान करने की आवश्यकता होगी। यह उन्हें अच्छी तरह से कहानियों को लिखने, समाचार प्रकाशन और समाचार की सुरक्षा बारे में समझाएगा। इसके अलावा, क्रियान्वित समाचार चैनल को सुधारने के लिए आवश्यक मीडिया संवैधानिकता और अनुप्रेषित सूचना प्रदान करने के लिए रूपरेखाएँ दी जानी चाहिए।

यह प्रश्न आज के दौर में हमें आता है।
सम्पूर्ण सच यह है कि भारत में कई समाचार चैनल हैं जो अपनी समाचार के सुझाव के आधार पर रुचि पैदा करने के लिए काम कर रहे हैं। लेकिन यह देखा गया है कि भारतीय समाचार चैनल पूरी तरह से कचरे हो रहे हैं। इस कचरे के कारण सभी समाचार चैनल अपनी समाचार के सुझाव के आधार पर रुचि नहीं पैदा कर पा रहे हैं। इसलिए भारतीय समाचार चैनल को अपने समाचार के सुझाव के आधार पर रुचि पैदा करने के लिए कुछ करना जरूरी है।