टिकटों की कीमतें और बिक्री की गति
दो टिकट के लिए 2.5 लाख रुपये से ज्यादा—सुनकर हैरानी होती है, लेकिन यही हकीकत है। एशिया कप 2025 में 14 सितंबर को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले India vs Pakistan मुकाबले के लिए टिकट दरें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचीं। फिर भी इस बार बुकिंग की रफ्तार उम्मीद से धीमी है। आयोजकों ने फैन शिकायतों के बाद सामान्य श्रेणी के दाम कम करने पड़े, जो अपने आप में इस मुक़ाबले के इतिहास में दुर्लभ घटनाओं में गिना जाएगा।
स्टैंडर्ड टिकट 475 दिरहम पर खुली थीं, लेकिन मांग कमजोर दिखी तो इन्हें 350 दिरहम कर दिया गया। दूसरी तरफ, हॉस्पिटैलिटी और बॉक्स सीटों की कीमतें बेहिसाब हैं—टिकटिंग पोर्टल्स पर वीआईपी Suites East श्रेणी के दो टिकट करीब 2,57,815 रुपये में सूचीबद्ध हैं। इसमें अनलिमिटेड फूड-ड्रिंक्स, पार्किंग पास, वीआईपी लाउंज और प्राइवेट सुविधाएं शामिल हैं। रॉयल बॉक्स में दो सीटें लेने पर लगभग 2,30,700 रुपये खर्च करने होंगे, जबकि Sky Box East करीब 1,67,851 रुपये तक जा रहा है। प्लैटिनम लेवल के टिकट भी लगभग 75,659 रुपये तक पहुंच गए हैं।
हॉस्पिटैलिटी पैकेजों की अलग लीग है—प्रीमियम कॉर्पोरेट अनुभव के नाम पर 4,534 अमेरिकी डॉलर (करीब 4 लाख रुपये) तक की पेशकश चल रही है। वहीं बेसिक टिकट 99 डॉलर से शुरू हैं। शुरुआती दौर में IND vs PAK मुकाबला खरीदने का एकमात्र तरीका सात मैचों का पैक था—AED 1400 (करीब 33,613 रुपये)—जिसमें इस हाई-वोल्टेज खेल के साथ छह और मुकाबले शामिल थे। अबू धाबी के अन्य मैचों के लिए जनरल एंट्री टिकट AED 40 से, जबकि दुबई मैचों के लिए AED 50 से मिल रहे हैं।
आश्चर्य यह है कि जिस मुकाबले के टिकट सामान्यतः कुछ ही घंटों में गायब हो जाते थे, वह इस बार दिनों तक उपलब्ध हैं। एमिरेट्स क्रिकेट के अधिकारियों के मुताबिक, बिक्री का यह धीमापन अप्रत्याशित है। प्रीमियम एनक्लोज़र सबसे कम चल रहे हैं—मुकाबले से एक हफ्ता पहले भी कई सीटें खाली दिख रही हैं। संकेत साफ हैं: कीमतें इस बार उत्साह से बड़ी साबित हो रही हैं।
खरीद के रास्ते भी पुराने और नए दोनों खुले हैं—ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे viagogo और platinumlist पर लिस्टिंग्स मौजूद हैं, तो स्टेडियम बॉक्स ऑफिस से ऑफलाइन टिकट भी मिल रहे हैं। कई खरीदार पैकेज वाली मजबूरी से भी खिन्न दिखे—सिर्फ एक मैच का टिकट लेने में उन्हें शुरुआती दौर में विकल्प नहीं मिला। कीमतों में कटौती का कदम उसी दबाव का नतीजा माना जा रहा है।
- स्टैंडर्ड: 475 AED से घटाकर 350 AED
- वीआईपी Suites East: दो टिकट ~₹2,57,815 (फूड-ड्रिंक्स, पार्किंग, वीआईपी लाउंज)
- रॉयल बॉक्स: दो सीट ~₹2,30,700
- Sky Box East: ~₹1,67,851
- Platinum स्तर: ~₹75,659
- प्रीमियम हॉस्पिटैलिटी: 4,534 USD (करीब ₹4 लाख)
- बेसिक टिकट: 99 USD से
सामान्यत: इस फिक्स्चर की IND vs PAK टिकट कीमतें तेजी से ऊपर जाती हैं और मांग बनी रहती है। इस बार ट्रेंड उलटा है—ऊंची बेस प्राइसिंग के कारण सेकेंडरी मार्केट पर भी रिसेलर्स ने उतना आक्रामक प्रीमियम नहीं लगाया। जब पहली कीमत ही ज्यादा हो, तो ‘फ्लिप’ करने का मार्जिन घट जाता है।

धीमी मांग के पीछे क्या कारण हो सकते हैं?
दो प्रमुख वजहें बार-बार सामने आ रही हैं। पहली—दाम। फैन्स के लिए सिर्फ टिकट नहीं, दुबई आने-जाने, ठहरने और स्थानीय ट्रैवल का खर्च भी जुड़ता है। जब बेस टिकट ही सैकड़ों दिरहम से शुरू हो और हॉस्पिटैलिटी लाखों में जाए, तो स्टेडियम में बैठकर मैच देखने की ‘कुल लागत’ कई लोगों के बजट से बाहर चली जाती है।
दूसरी—स्टार पावर का असर। अधिकारियों का मानना है कि टी20 से संन्यास ले चुके रोहित शर्मा और विराट कोहली की गैरमौजूदगी ने भावनात्मक अपील कम की है। पिछले बड़े टूर्नामेंटों—जैसे चैंपियंस ट्रॉफी—में टिकट विंडो खुलने के 4 मिनट में सीटें खत्म हो जाती थीं। इस बार ‘हाइप’ उतनी तेज नहीं दिखी।
एक और फैक्टर पैकेजिंग स्ट्रैटेजी भी है—शुरुआत में सिंगल-गेम एक्सेस के बजाय 7-मैच पैक थोपने से कई लोग रुक गए। जो सिर्फ भारत-पाकिस्तान खेल देखना चाहते थे, वे पूरे पैक के खर्च और झंझट में नहीं पड़ना चाहते। बाद में स्टैंडर्ड टिकट घटाने का फैसला उसी झिझक को तोड़ने की कोशिश लगता है।
बावजूद इसके, आखिरी दिनों में ‘लेट सर्ज’ की उम्मीद आयोजकों को रहती है—खासतौर पर स्टैंडर्ड और मिड-टियर वाली सीटों में। कॉर्पोरेट हॉस्पिटैलिटी आम तौर पर कंपनियों और हाई-नेटवर्थ ग्रुप्स के जरिए चलती है; वहां भी फाइनल कन्फर्मेशन कई बार इवेंट से ठीक पहले आता है। दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम की क्षमता सीमित है, इसलिए अगर प्राइसिंग थोड़ी और नरम हुई तो अचानक बिक्री तेज हो सकती है।
मैदान के भीतर की तस्वीर अलग कहानी कहती है। भारत इस मुकाबले से पहले यूएई को 9 विकेट से हराकर आ रहा है—टीम का टेंपो ऊंचा है। पाकिस्तान का अगला टेस्ट ओमान के खिलाफ है, जिससे उसके लिए भी लय बनाने का मौका मिलेगा। टी20 हेड-टू-हेड में भारत 13 मैचों में 10-3 से आगे है—यह रिकॉर्ड अपने आप में स्टैंड का माहौल बदल देता है।
टिकट ढूंढ रहे फैन्स के लिए एक प्रैक्टिकल नोट—ऑफलाइन काउंटर विकल्प बने हुए हैं, इसलिए सिर्फ ऑनलाइन पोर्टलों पर निर्भर न रहें। आईडी प्रूफ और पेमेंट कार्ड साथ रखना बेहतर रहता है; भीड़ बढ़े तो समय बचता है। जो फैन्स बजट में रहना चाहते हैं, वे स्टैंडर्ड या प्लैटिनम जैसे मिड-टियर ऑप्शन देखें, जहां सीटिंग ठीक-ठाक मिल जाती है और कीमत हॉस्पिटैलिटी की तुलना में काफी कम रहती है।
ब्रॉडकास्ट और ओटीटी पर इस मैच की व्यूअरशिप हर बार रिकॉर्ड छूती है। इस बार स्टेडियम बिक्री धीमी हो तो भी स्क्रीन पर दर्शकों की भीड़ कम होने की वजह नहीं दिखती। ब्रांड और स्पॉन्सर्स के लिए ऑन-ग्राउंड एक्टिवेशन उतना भव्य न भी हो, तो प्रसारण रीच उनकी भरपाई कर देती है।
सार यह कि इस बार कहानी सिर्फ मैदान पर नहीं, टिकट काउंटर पर भी लिखी जा रही है—कौन झुकता है: कीमतें या मांग? 14 सितंबर को दुबई में जवाब मिल जाएगा।