न्यू चंडीगढ़ के नए PCS स्टेडियम में खेले गए दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय (ODI) मैच में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया महिला टीम को 102 रनों से धूल चटा दी। इस जीत के पीछे थी स्मृति मंधाना की अद्भुत 117 रनों की पारी, जिसने भारत को 292 रनों का स्कोर खड़ा करने में मदद की — यह भारतीय महिला टीम का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा ODI स्कोर है। यह रिकॉर्ड पिछले मैच में बनाए गए 281 रनों को पार कर गया। ऑस्ट्रेलिया ने जवाब में सिर्फ 190 रन ही बनाए, और यह जीत न केवल बल्लेबाजी की बल्कि फील्डिंग और बॉलिंग की शानदार जोड़ी का भी परिणाम थी।
स्मृति मंधाना की बल्लेबाजी ने बदल दी मैच की गति
जब भारत ने बल्लेबाजी शुरू की, तो शुरुआत धीमी रही। 14.2 ओवर में 81/1 के स्कोर पर स्मृति मंधाना 42 रन पर नाबाद थीं, और हरलीन देओल सिर्फ 4 रन पर थीं। लेकिन उसके बाद जैसे ही मंधाना ने गति बढ़ाई, ऑस्ट्रेलियाई बॉलर्स का दबाव टूटने लगा। मेगन शुट के खिलाफ एक शॉर्ट पिच गेंद को कट करके शॉर्ट थर्ड मैन और बैकवर्ड पॉइंट के बीच से चलाने का शॉट दर्शकों को चौंका गया। एक कमेंटेटर ने कहा, "वो इस ऑस्ट्रेलियाई बॉलिंग लाइनअप के खिलाफ बल्लेबाजी कर रही थीं जैसे वो बिल्कुल असंभव थी।" उन्होंने 126 गेंदों में 117 रन बनाए, 15 चौकों और 3 छक्कों के साथ। उनकी पारी ने न सिर्फ स्कोर बढ़ाया, बल्कि ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों के मन में डर भी बुन दिया।
ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी बर्बाद, हरमनप्रीत का रनआउट मोड़ बना
ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी शुरू हुई तो भारत की फील्डिंग ने तुरंत उनकी रफ्तार को रोक दिया। हरमनप्रीत कौर का रनआउट एक बड़ा मोड़ बना। उन्हें बल्ले से गेंद लगाने के बाद अपने घर के अंदर जाने की कोशिश करते हुए फील्डर्स ने एक सटीक थ्रो किया। कमेंटेटर्स ने इसे "स्ट्राइकर के छोर पर बहुत अच्छी तरह से साफ करना" और "मैच की दिशा बदल देने वाला रनआउट" बताया। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज अब डर से बल्लेबाजी करने लगे। अश गार्डनर ने एक विकेट लिया, लेकिन बाकी सभी बॉलर्स ने बहुत ज्यादा रन दिए। मेगन शुट ने 7.0 की इकोनॉमी रेट के साथ 28 रन दिए, जबकि एलिस पेरी ने 7.5 की इकोनॉमी रेट पर 15 रन दिए। ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 190 रन तक ही रुक गया — जो इस टूर के दौरान सबसे कम स्कोर था।
भारत की टीम में बदलाव: जेमिमा की जगह अरुंधति रेड्डी
इस मैच से पहले, जेमिमा रोड्रिग्स वायरल बुखार के कारण टीम से बाहर हो गईं। उनकी जगह अरुंधति रेड्डी को प्लेइंग एक्सआई में शामिल किया गया, जो एक तेज गेंदबाज हैं। इस बदलाव ने भारत की बॉलिंग लाइनअप को और भी बेहतर बना दिया। टीम ने बल्लेबाजी के बाद फील्डिंग में अपनी ताकत दिखाई — कई रनआउट्स और तेज फील्डिंग ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को दबाव में डाल दिया। एक कमेंटेटर ने कहा, "फील्डिंग ने जीत का आधा हिस्सा तो दे दिया।" यह टीम की एकता का नमूना था — बल्लेबाजी, बॉलिंग और फील्डिंग सभी ने एक साथ काम किया।
इतिहास का नया पन्ना: 292 रनों का रिकॉर्ड
भारत का 292 रन का स्कोर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा ODI स्कोर है। पिछले मैच में 281 रन बनाए थे, लेकिन इस बार उन्होंने उसे पार कर दिया। इस रिकॉर्ड का महत्व यह है कि ऑस्ट्रेलिया ने कभी भी इतने बड़े स्कोर का पीछा नहीं किया है। अगर उन्होंने 292 रन बना लिए होते, तो यह महिला ODI के इतिहास में सबसे बड़ी चेज होती। लेकिन भारत की बॉलिंग ने उस सपने को तोड़ दिया। यह मैच उस टीम की शक्ति को दर्शाता है जो अब दुनिया की सबसे खतरनाक टीम बन चुकी है — न केवल बल्लेबाजी से, बल्कि उसकी ताकत के साथ बॉलिंग और फील्डिंग का भी संगम।
अगला मैच: श्रृंखला का तीसरा और अंतिम ODI
इस जीत के साथ श्रृंखला 1-1 से बराबर हो गई है। पहला ODI ऑस्ट्रेलिया ने जीता था, लेकिन इस दूसरे मैच में भारत ने अपनी जगह बना ली। अब तीसरा और अंतिम ODI शेष है, जो श्रृंखला का फैसला करेगा। अगर भारत जीत जाता है, तो यह पहली बार होगा कि भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक तीन मैच की श्रृंखला जीती होगी। ऑस्ट्रेलिया के लिए यह एक बड़ा चुनौती है — उनकी बल्लेबाजी अब बहुत अस्थिर लग रही है, और बॉलिंग में भी वे अपनी गति नहीं बना पा रहे हैं। भारत के लिए, यह विश्व चैंपियनशिप के लिए एक बड़ा संकेत है।
महिला क्रिकेट में भारत का उदय
पिछले पांच सालों में, भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एक अद्भुत यात्रा तय की है। 2017 में विश्व कप में फाइनल तक पहुंचने के बाद, इस टीम ने लगातार बेहतरी की। अब वे ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ खुले मैदान में जीत दर्ज कर रही हैं। स्मृति मंधाना, हरमनप्रीत कौर, और अरुंधति रेड्डी जैसे खिलाड़ियों ने यह साबित कर दिया है कि भारत महिला क्रिकेट के लिए एक बड़ा शक्तिशाली घर हो सकता है। यह जीत न सिर्फ एक मैच की जीत नहीं, बल्कि एक नई पीढ़ी के लिए एक नया मानक स्थापित करने का संकेत है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
स्मृति मंधाना की यह पारी किस तरह ऐतिहासिक है?
स्मृति मंधाना की 117 रनों की पारी भारतीय महिला टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे बड़ी अकेली पारी है। यह उनकी 18वीं ODI शतक है, और इससे पहले भारत कभी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 290 रन से ऊपर नहीं जा पाई थी। इस पारी ने उन्हें टीम की सबसे अधिक रन बनाने वाली बल्लेबाज बना दिया है।
जेमिमा रोड्रिग्स के बाहर होने से टीम पर क्या असर पड़ा?
जेमिमा रोड्रिग्स की अनुपस्थिति भारत के लिए एक बड़ा नुकसान थी, क्योंकि वे टीम की स्थिर बल्लेबाजी की कुंजी थीं। लेकिन अरुंधति रेड्डी के आगमन ने बॉलिंग को मजबूत किया, और टीम ने अपनी रणनीति बदलकर फील्डिंग पर जोर दिया। इससे टीम की लचीलापन का परिचय मिला।
ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी क्यों असफल रही?
ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी असफल रही क्योंकि भारत की गेंदबाजी ने बहुत सटीक लाइन और लेंथ बनाए रखी। हरमनप्रीत का रनआउट ने उनकी आत्मविश्वास को तोड़ दिया। उनके बल्लेबाज डर गए, और उनकी टीम ने बार-बार बाहर निकलने की कोशिश की, जिससे विकेट गिरे।
अगले मैच में भारत की रणनीति क्या होगी?
अगले मैच में भारत अपनी बल्लेबाजी की ताकत को बनाए रखेगा, लेकिन अब ऑस्ट्रेलिया ज्यादा सावधान होगी। भारत को शुरुआती ओवरों में रन बनाने की जरूरत है, और फील्डिंग में अतिरिक्त तेजी लानी होगी। अगर वे श्रृंखला जीतते हैं, तो यह भारत के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी।