पटना। राजद सुप्रीमो लालू यादव भले ही भ्रष्टाचार के एक मामले में जमानत पर छूटे हों, लेकिन बिहार के विधानसभा चुनाव के लिए उन्होंने जोरदार हुंकार भरी है। उनकी पत्नी, बेटे और बेटी समेत पूरा परिवार बतौर स्टार प्रचारक चुनाव में उतर पड़ा है। खुद लालू यादव ने मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला। लालू ने कहा, ”कुर्सी के लालच में नीतीश कुमार ने बिहार को गर्त में पहुँचा दिया है। 2010 के चुनाव में बहुमत प्राप्त करने के बाद सहयोगी दल के साथ विश्वासघात किया और 2015 में हमारे दम पर जीतने के बाद पीठ में छुरा घोंपा।”
लालू ने आगे कहा कि, ‘नीतीश कुमार की कोई नीति, नियम और नियत नहीं। अब तो यह नेता भी नहीं रहा।’ लालू के इस बयान के साथ ही उनके आॅफिशियल ट्विटर हैंडिल पर एक वीडियो भी पोस्ट किया गया। जिसके जरिए वह नीतीश सरकार को निशाने पर ले रहे थे। अब से कुछ ही घंटों पहले ट्विटर पर लिखा गया-
”नीतीश कुमार है ऐसा मुख्यमंत्री जो किसी का नहीं हुआ:
ना छात्र का
ना बिहार का
ना मज़दूर का
ना किसान का
ना नौजवान का
ना बेरोज़गार का
ना गठबंधन सहयोगियों का
ना अपने राजनीतिक गुरुओं का
वह किसी का नहीं हो सकता। इसलिए उसे हटाइए और युवा बिहार के इस नए दौर में युवा को ही जिताइए। यानी लालू यादव ने अपने बेटे तेजस्वी यादव को अगला सीएम बनवाने की अपील लोगों से की है।
वहीं, लालू से पहले एक जनसभा में नीतीश का बयान आया था। जिसमें उन्होंने लोगों से पूछा कि पहले कुछ काम होता था क्या? पहले आपदा में क्या होता था? आज जो लोग बोल रहे हैं, उनके राज में कुछ होता था क्या? लिस्ट बनते ही रह जाता था, लेकिन पीड़ित परिवार को कुछ नहीं मिलता था। उन्होंने कहा कि हमारी जब सरकार आई तो हमने कह दिया कि सरकारी खजाने पर पहला हक आपदा पीड़ितों का है। बिहार में कोरोना संकट हो या फिर बाढ़ की स्थित हो, हर समय हमारी सरकार ने आपदा पीड़ितों की सेवा की है।”