परशुराम वाटिका में विकसित होंगी नक्षत्र वाटिका

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नगर आयुक्त के निर्देश पर नगर निगम उद्यान विभाग ने शुरू की तैयारी
कानपुर । नगर निगम शहर की साफ-सफाई और स्वच्छ पर्यावरण के साथ ही अब लोगों की सुख,शांति एवं समृद्वि के लिए भी प्रयास कर रहा है। जिसके लिए महापौर प्रमिला पाण्डेय व नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी के निर्देश पर नगर निगम उद्यान विभाग द्वारा कारगिल पार्क में नवग्रह वाटिका और ऐतिहासिक नानाराव पार्क में पंचवटी वाटिका विकसित की गई है। उसी के तहत उद्यान अधीक्षक डा.वी.के.सिंह की अगुवाई में अब उद्यान विभाग परशुराम वाटिका में नक्षत्र वाटिका विकसित करने की तैयारी कर रहा है। जिसमें २७ नक्षत्रों से सम्बन्धित पौधों का रोपण किया जाएंगा।
मनीषियों ने आसमान में चंद्रमा के यात्रा पथ को २७ भागों में विभाजित किया है। हर सत्ताइसवें भाग में पडऩे वाले तारा मंडल के बीच कुछ विशिष्ट तारों की पहचान कर उन्हे नक्षत्रों की संज्ञा दी गई है। इस प्रकार नवग्रह तथा २७ नक्षत्रों की पहचान की है। किसी व्यक्ति के जन्म के समय, चंद्रमा धरती से जिस नक्षत्र की सीध में रहता है। वह उस व्यक्ति का जन्म नक्षत्र कहलाता है। वाटिका में २७ नक्षत्र से सम्बन्धित अश्विनी-कुचिला, भरणी-आंवला, कृतिका-गूलर,रोहिणी-जामुन,मृगशिरा-खैर,आर्दा-शीशम, पुनर्वसु-बांस, पुष्य-पीपल, आश्लेषा-नागकेशर, मघा-बरगद, पू.फाल्गुनी-ढाक,उ.फाल्गुनी-पाकड़,हस्त-रीठा, चित्रा-बेल, स्वाती-अर्जुन, विशाख-कटाई,अनुराधा -मौलश्री,ज्येष्ठा-चीड़, मूला-साल,पूर्वाषाढ़ा-जलेवेतस, उत्तराषाढ़ा-कटहल,श्रवण -मदार, घनिष्ठा छयोंकर, शतभिषेक-कदम्ब, पू.भाद्रपद-नीम और रेवती नक्षत्र के लिए महुआ पौध का रोपण किया जाएंगा। जिसका लोगों के द्वारा सेवा करने से लाभ मिलेगा। इससे लोग निरोगी ,स्वस्थ और सम्पन्न रहेंगे। इसके साथ ही दीर्धायु भी होंगे। परशुराम वाटिका में २७ नक्षत्र से सम्बन्धित पौधे लोगों के लिए लाभकारी होंगे।

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